Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2023 · 1 min read

“फर्क”

“फर्क”
बाघ और आदमी में कोई फर्क नहीं है।
फर्क तो केवल स्पन्दनों का है।

-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

10 Likes · 6 Comments · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
#तुम्हारा अभागा
#तुम्हारा अभागा
Amulyaa Ratan
मौन प्रेम प्रस्तावना,
मौन प्रेम प्रस्तावना,
sushil sarna
ज़िंदगी नाम बस
ज़िंदगी नाम बस
Dr fauzia Naseem shad
दिए जलाओ प्यार के
दिए जलाओ प्यार के
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
* बचाना चाहिए *
* बचाना चाहिए *
surenderpal vaidya
हे मेरे प्रिय मित्र
हे मेरे प्रिय मित्र
कृष्णकांत गुर्जर
3538.💐 *पूर्णिका* 💐
3538.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
मेरे ख्याल से जीवन से ऊब जाना भी अच्छी बात है,
पूर्वार्थ
मतदान दिवस
मतदान दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
कविता
कविता
Shiva Awasthi
प्यार मेरा तू ही तो है।
प्यार मेरा तू ही तो है।
Buddha Prakash
स्वार्थी मान्छे (#नेपाली_भाषा)
स्वार्थी मान्छे (#नेपाली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बादलों पर घर बनाया है किसी ने...
बादलों पर घर बनाया है किसी ने...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमसे ये ना पूछो कितनो से दिल लगाया है,
हमसे ये ना पूछो कितनो से दिल लगाया है,
Ravi Betulwala
*प्यासा कौआ*
*प्यासा कौआ*
Dushyant Kumar
वज़ह सिर्फ तूम
वज़ह सिर्फ तूम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
बुंदेली दोहे- ततइया (बर्र)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दोस्ती का मर्म (कविता)
दोस्ती का मर्म (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
" क्यों "
Dr. Kishan tandon kranti
वक्त की कहानी भारतीय साहित्य में एक अमर कहानी है। यह कहानी प
वक्त की कहानी भारतीय साहित्य में एक अमर कहानी है। यह कहानी प
कार्तिक नितिन शर्मा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आई वर्षा
आई वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लोगो खामोश रहो
लोगो खामोश रहो
Surinder blackpen
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मातृशक्ति को नमन
मातृशक्ति को नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये जिन्दगी तुम्हारी
ये जिन्दगी तुम्हारी
VINOD CHAUHAN
मौन  की भाषा सिखा दो।
मौन की भाषा सिखा दो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...