Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2023 · 1 min read

“फर्क”

“फर्क”
बाघ और आदमी में कोई फर्क नहीं है।
फर्क तो केवल स्पन्दनों का है।

-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

10 Likes · 6 Comments · 243 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

गम हमें होगा बहुत
गम हमें होगा बहुत
VINOD CHAUHAN
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
Rj Anand Prajapati
करने लगा मैं ऐसी बचत
करने लगा मैं ऐसी बचत
gurudeenverma198
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हौसलों की मीनार
हौसलों की मीनार
Sunil Maheshwari
कोई मेरा है कहीं
कोई मेरा है कहीं
Chitra Bisht
दीवाना दिल
दीवाना दिल
Dipak Kumar "Girja"
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
नया साल
नया साल
Arvina
मजदूर दिवस मनाएं
मजदूर दिवस मनाएं
Krishna Manshi
प्रवाह
प्रवाह
Lovi Mishra
वक़्त हमने
वक़्त हमने
Dr fauzia Naseem shad
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
नेह के परिंदें
नेह के परिंदें
Santosh Soni
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
Ravi Prakash
तुम्हारी उपस्थिति में,
तुम्हारी उपस्थिति में,
पूर्वार्थ
जिन्हें देखना कभी जुनून था,
जिन्हें देखना कभी जुनून था,
हिमांशु Kulshrestha
गीत- मुझे तू छोड़ जाएगी...
गीत- मुझे तू छोड़ जाएगी...
आर.एस. 'प्रीतम'
" कभी "
Dr. Kishan tandon kranti
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
Neelam Sharma
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
Ranjeet kumar patre
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
4392.*पूर्णिका*
4392.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
यदि कोई देश अपनी किताबों में वो खुशबू पैदा कर दे  जिससे हर य
यदि कोई देश अपनी किताबों में वो खुशबू पैदा कर दे जिससे हर य
RAMESH Kumar
वसीयत
वसीयत
MEENU SHARMA
'हाँ
'हाँ" मैं श्रमिक हूँ..!
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Kavi Shankarlal Dwivedi in a Kavi sammelan, sitting behind is Dr Pandit brajendra Awasthi
Kavi Shankarlal Dwivedi in a Kavi sammelan, sitting behind is Dr Pandit brajendra Awasthi
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
#सवाल-
#सवाल-
*प्रणय*
कितना कुछ
कितना कुछ
Surinder blackpen
Loading...