“फर्क”
“फर्क”
बाघ और आदमी में कोई फर्क नहीं है।
फर्क तो केवल स्पन्दनों का है।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
“फर्क”
बाघ और आदमी में कोई फर्क नहीं है।
फर्क तो केवल स्पन्दनों का है।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति