Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2020 · 1 min read

फकीरी मे ही सही

कुछ दिन फकीरी मे ही सही

कुछ दिन गरीबी में ही सही

है परेशान जब तक हम

कुछ दिन जी हजूरी में ही सही

यह मुश्किलें मेरी , वक्त की इनायत है

कुछ दिन भूख भर , ना खाकर ही सही

है अगर जिंदगी सवाल मेरी ,

कुछ दिन बबाल ही सही,

थोड़ी उलझनें अभी बाकी है मेरी,

कुछ दिन वजूद तलाशने में ही सही,

हारा हूँ कई बार अपने शब्दों से मैं ,

कुछ दिन परिभाषा बनाने में ही सही

है दिखावा जिंदगी तो

कुछ दिन फकीरी में ही सही

Language: Hindi
1 Like · 3 Comments · 527 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पहला अहसास
पहला अहसास
Falendra Sahu
15, दुनिया
15, दुनिया
Dr Shweta sood
छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार
छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार
Mukesh Kumar Sonkar
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
Seema gupta,Alwar
धिक्कार
धिक्कार
Dr. Mulla Adam Ali
चंद्रयान ३
चंद्रयान ३
प्रदीप कुमार गुप्ता
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
VINOD CHAUHAN
"चाहत " ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
यातायात के नियमों का पालन हम करें
यातायात के नियमों का पालन हम करें
gurudeenverma198
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
Trishika S Dhara
सितमज़रीफ़ी
सितमज़रीफ़ी
Atul "Krishn"
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दो नयनों की रार का,
दो नयनों की रार का,
sushil sarna
बुलन्द होंसला रखने वाले लोग, कभी डरा नहीं करते
बुलन्द होंसला रखने वाले लोग, कभी डरा नहीं करते
The_dk_poetry
आखिर कब तक?
आखिर कब तक?
Pratibha Pandey
*महामना जैसा भला, होगा किसका काम (कुंडलिया)*
*महामना जैसा भला, होगा किसका काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गुरु चरण
गुरु चरण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
पूर्वार्थ
घट -घट में बसे राम
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
जीत रही है जंग शांति की हार हो रही।
जीत रही है जंग शांति की हार हो रही।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
-- गुरु --
-- गुरु --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"नृत्य आत्मा की भाषा है। आत्मा और परमात्मा के बीच अन्तरसंवाद
*Author प्रणय प्रभात*
विरही
विरही
लक्ष्मी सिंह
ज़िंदगानी
ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वास्तविक प्रकाशक
वास्तविक प्रकाशक
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...