Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2023 · 1 min read

बुलन्द होंसला रखने वाले लोग, कभी डरा नहीं करते

किनारों पे बैठने वाले लोग
समंदर में उतरा नहीं करते
डालियों पे रहने वाले पंछी
बादलों से उप्पर उड़ा नहीं करते
बड़ी बड़ी मुश्किलें तो यू ही आती रहेंगीं जीवन में! मित्रों
पर बुलन्द होंसला रखने वाले लोग, इनसे डरा नहीं करते

✍️ The_dk_poetry

1 Like · 139 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*जिसका सुंदर स्वास्थ्य जगत में, केवल वह धनवान है (हिंदी गजल)
*जिसका सुंदर स्वास्थ्य जगत में, केवल वह धनवान है (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
जोशीला
जोशीला
RAKESH RAKESH
प्रेम
प्रेम
Rashmi Sanjay
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कारगिल युद्ध फतह दिवस
कारगिल युद्ध फतह दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
Prakash Chandra
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
मेरे अधरों पर जो कहानी है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ
दुष्यन्त 'बाबा'
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
अजदहा बनके आया मोबाइल
अजदहा बनके आया मोबाइल
Anis Shah
उसकी ख़ामोश आहें
उसकी ख़ामोश आहें
Dr fauzia Naseem shad
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
'अशांत' शेखर
8. टूटा आईना
8. टूटा आईना
Rajeev Dutta
मतदान और मतदाता
मतदान और मतदाता
विजय कुमार अग्रवाल
दोस्त.............एक विश्वास
दोस्त.............एक विश्वास
Neeraj Agarwal
नारी नारायणी
नारी नारायणी
Sandeep Pande
ओ गौरैया,बाल गीत
ओ गौरैया,बाल गीत
Mohan Pandey
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है
गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है
Suryakant Dwivedi
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
संवेदनहीनता
संवेदनहीनता
संजीव शुक्ल 'सचिन'
राष्ट्र निर्माता गुरु
राष्ट्र निर्माता गुरु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मिली उर्वशी अप्सरा,
मिली उर्वशी अप्सरा,
लक्ष्मी सिंह
"कविता और प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
हिटलर
हिटलर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जला रहा हूँ ख़ुद को
जला रहा हूँ ख़ुद को
Akash Yadav
dream of change in society
dream of change in society
Desert fellow Rakesh
गज़ल
गज़ल
सत्य कुमार प्रेमी
उसकी हड्डियों का भंडार तो खत्म होना ही है, मगर ध्यान देना कह
उसकी हड्डियों का भंडार तो खत्म होना ही है, मगर ध्यान देना कह
Sanjay ' शून्य'
Loading...