‘प्रेम’
प्रेम🕊️
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प्रेम इच्छा भी है, प्रेम परीक्षा भी है ..
प्रेम दृष्टि भी है, प्रेम द्रष्टा भी है ..
प्रेम नीड़ भी है, प्रेम निर्वाण भी है ..
प्रेम साहस भी है, प्रेम अनुशासन भी है ..
प्रेम जुनून भी है, प्रेम संयम भी है..
प्रेम परिश्रम भी है, प्रेम भाग्य भी है..
प्रेम में आतुरता भी है, प्रेम में नैतिकता भी है ..
प्रेम ;
पाने-खोने, सुख-दुःख, सफल-असफ़ल से इतर ;
प्रेम स्वयं में पूर्ण है ,दिव्य है ,शाश्वत है … 🙏🙏
– विवेक मिश्रा