Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2020 · 1 min read

प्रेम पत्र

********* प्रेम पत्र **********
**************************

लड़की साईकिल से आती जाती
घर से स्कूल, स्कूल से घर जाती

पढाई लिखाई सखा संग मशगूल
ऐरों गैरों को की झांकी नहीं पाती

सरू जैसी लंबी कद काठी वाली
गौर वर्ण की छरहरी थी इठलाती

हरफनमौला हर कला मे पारंगत
सर्वत्र उपस्थिति थी दर्ज करवाती

नजरों से नजर कभी न मिलाती
आँखे नीची कर झट गुजर जाती

दीवाना दीवानगी में बहुत पागल
सुंदरता की देवी घास नहीं खाती

ताकता रह जाता अजनबी राह
बगल से सहेली संग गुजर जाती

हिम्मत जुटा पहुंचाया प्रेम पत्र
पर वह तो प्रेम प्रस्ताव ठुकराती

सखा हाथों से प्रेम पत्र उठवाया
काँपते हाथ से संभाली प्रेमभाती

प्रेम प्रस्तावना गाय को खिलाई
बदनामी भय से रह गई शर्माती

प्रेम पत्र को डकार गई थी गाय
प्रेमी की उपासना थी टूट जाती

मनसीरत प्रेम शैली रास न आई
तभी तो प्रेमी की प्रेमपींग गिराती
*************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यादों में
यादों में
Shweta Soni
बच्चों के मन भाता तोता (बाल कविता)
बच्चों के मन भाता तोता (बाल कविता)
Ravi Prakash
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर जगह मुहब्बत
हर जगह मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
ओसमणी साहू 'ओश'
तो मैं राम ना होती....?
तो मैं राम ना होती....?
Mamta Singh Devaa
Perceive Exams as a festival
Perceive Exams as a festival
Tushar Jagawat
"समय के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
वक्त
वक्त
Ramswaroop Dinkar
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
मित्रता मे १० % प्रतिशत लेल नीलकंठ बनब आवश्यक ...सामंजस्यक
DrLakshman Jha Parimal
दिल का दर्द💔🥺
दिल का दर्द💔🥺
$úDhÁ MãÚ₹Yá
**मातृभूमि**
**मातृभूमि**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
किसी की लाचारी पर,
किसी की लाचारी पर,
Dr. Man Mohan Krishna
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सत्य का संधान
सत्य का संधान
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Intakam hum bhi le sakte hai tujhse,
Intakam hum bhi le sakte hai tujhse,
Sakshi Tripathi
प्रहरी नित जागता है
प्रहरी नित जागता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
मौत
मौत
नन्दलाल सुथार "राही"
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आया जो नूर हुस्न पे
आया जो नूर हुस्न पे
हिमांशु Kulshrestha
🌷 सावन तभी सुहावन लागे 🌷
🌷 सावन तभी सुहावन लागे 🌷
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
पत्थर (कविता)
पत्थर (कविता)
Pankaj Bindas
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
Sukoon
आज के रिश्ते: ए
आज के रिश्ते: ए
पूर्वार्थ
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
धर्मनिरपेक्ष मूल्य
धर्मनिरपेक्ष मूल्य
Shekhar Chandra Mitra
कितना बदल रहे हैं हम ?
कितना बदल रहे हैं हम ?
Dr fauzia Naseem shad
Loading...