प्रेम पत्र
दुनिया का सबसे छोटा प्रेम पत्र क्या है,
‘ जानते हो क्या’ ?
(“सुनो” ) बस यही है दो लफ्जो में बना सबसे छोटा ‘ प्रेम पत्र….
जिसमे अनन्त शोर है मद्धिम आवाज का,
जो उतरता है जेहन के हरकोने में मुस्कराते हुए…
जिसमे दुनिया भर का प्रेम समेटा जा सकता है, जिसमे समुन्दर सी गहराई है,
जिसमे ठहराव है…
एक रोज उसने आकर जाते वक्त कहा था…
मैं लौटकर आऊंगा क्योंकि मैं तुमसे प्रेम करता हूँ, और अगर न आऊं तो मेरी यादें हमेशा तुम्हारे संग चलेंगी…
मैं कुछ देर तक उसकी आंखों में देखती रही,
शब्द ही नही थे, लगा रोक लू ये सब कहने से.. पर नही रोक सकी ।
अकस्मात सिर्फ इतना ही कहा
‘ तुम गन्दे हो’
‘बहुत गन्दे’
‘शायद तुमसे बुरा कोई नही’
उसके चेहरे पर खामोशी थी और आंखों में कुछ चमकती हुई आशाएं…
” उसने कहा”– तुम प्रेम हो पागल,
मैं आऊंगा, इंतजार करना!
कहते हुए वो हवा से तेज गति में बढ़ गया….
मैने फिर कहा,
#सुनो!
इसबार उसने पलट कर नही देखा,
मैं कुछ देर बस देखती रही…
नवम्बर ने कण कण जैसे ग्रीष्मऋतुको अलविदा कह दिया।।