Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2024 · 1 min read

पहाड़ गुस्से में हैं

पहाड़ गुस्से में हैं
कौन चाहता है
कोई उनकी सीमा लाँघे?
फिर भी लाँघते हैं
लोग असीम बनने की खातिर
सीमाओं को
इसी तरह लाँघा है
पहाड़ों को
बुद्धजीवियों ने
अब दरक रहे हैं, धँसक रहे हैं
पहाड़ यूँ गुस्सा जाहिर कर रहे हैं

पहाड़ होते हैं महादेव
जो लिप्त रहते हैं साधना में
चिरकाल तक पालथी मारे
बुद्ध बनकर शांति
तलाशते हैं
पर लोग उनके
एकांतिक निर्जन वक्ष पर
आकर चला देते हैं मशीनें
घर्र करती यांत्रिकता
भंग करती है समाधि
फिर लचक रहे हैं, दहक रहे हैं
पहाड़ यूँ गुस्सा जाहिर कर रहे हैं

#सोनू_हंस

Language: Hindi
22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आत्म-मंथन*
*आत्म-मंथन*
Dr. Priya Gupta
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
नवीन जोशी 'नवल'
कोई बात नहीं देर से आए,
कोई बात नहीं देर से आए,
Buddha Prakash
संसार एक जाल
संसार एक जाल
Mukesh Kumar Sonkar
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
अनिल "आदर्श"
मैं तो महज एक नाम हूँ
मैं तो महज एक नाम हूँ
VINOD CHAUHAN
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
दस्तूर
दस्तूर
Davina Amar Thakral
Being an ICSE aspirant
Being an ICSE aspirant
Sukoon
पितृ स्तुति
पितृ स्तुति
दुष्यन्त 'बाबा'
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
*यादें कब दिल से गईं, जग से जाते लोग (कुंडलिया)*
*यादें कब दिल से गईं, जग से जाते लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
🌸मन की भाषा 🌸
🌸मन की भाषा 🌸
Mahima shukla
प्रेम ...
प्रेम ...
sushil sarna
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
* मिट जाएंगे फासले *
* मिट जाएंगे फासले *
surenderpal vaidya
मैंने तो बस उसे याद किया,
मैंने तो बस उसे याद किया,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मजदूर
मजदूर
umesh mehra
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
Dr MusafiR BaithA
"यथार्थ प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
सबके साथ हमें चलना है
सबके साथ हमें चलना है
DrLakshman Jha Parimal
इबादत के लिए
इबादत के लिए
Dr fauzia Naseem shad
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
Dr. Vaishali Verma
कर्म
कर्म
Dhirendra Singh
नानी का गांव
नानी का गांव
साहित्य गौरव
Loading...