प्रेम-गीत
जी ना सकूँगा तुम बिन मैं यारा,
गर तुने मुझको प्यार से पुकारा,
मैं तुमसे प्यार करूँगा,
ना इंकार करूँगा,
हो जाऊँगा मैं तुम्हारा ,
सुन ले तू ये मेरे यारा .
हम साथ चलें जैसे नदी और किनारा,
नहीं साथ छूटे कभी हमारा-तुम्हारा,
तुम बिन अब जी ना सकूंगा,
मैं तुमसे प्यार करूँगा,
हो जाऊँगा मैं तुम्हारा ,
सुन ले तू ये मेरे यारा .
जब तक है आसमां में चाँद और सितारा,
रौशन रहेगा तब तक प्यार हमारा,
मैं तुझे नाज़ से रखूंगा,
मैं तुमसे प्यार करूँगा,
हो जाऊँगा मैं तुम्हारा ,
सुन ले तू ये मेरे यारा .
मजे में चलेगी मेरे जीवन की धारा,
जबसे मिलेगा मुझे साथ तुम्हारा,
दिल में तुझे छुपा लूँगा,
मैं तुमसे प्यार करूँगा,
हो जाऊँगा मैं तुम्हारा ,
सुन ले तू ये मेरे यारा .
लो आ गई, तेरी बाहों में यारा,
नहीं छोड़ना कभी दामन हमारा,
मैं तुमसे प्यार करूँगी,
ना इंकार करूँगी,
हो जाऊँगी मैं तुम्हारी ,
सुन ले तू ये मेरे यारा .
– © राकेश कुमार श्रीवास्तव “राही”