प्रेमिका सी हसीं वादियां
प्रेमिका सी हसीं है
देखो ये वादियां
झरनों की आवाज़ ये
दिल को छू देती है
हसीनों की आवाज़ भी
कहां वो सूकुं देती है
ठंडी ठंडी हवा जब
गालों को सहलाती है
प्रेमिका के स्पर्श की
याद वो दिलाती है
प्रेमिका की जुल्फों की
छांव जैसी होती है
पहाड़ियां भी गर्मी से
राहत ऐसे देती है
ये ऊंची ऊंची पहाड़ियां
ये गहरी गहरी खाईयां
दृश्य ये दिखाती है
जैसे अंगड़ाई लेती गोरियां
प्रेमिका का तेज जैसे
सूर्योदय का दृश्य हो
मन को मोह लेता जो
ऐसा प्यारा दृश्य हो