प्रभु तुम ही याद हो
प्रभु तुम ही याद हो
प्रभु तुम में ही मिलना है।।1।।
सुपथ का पथ देखे हम
हमें ऐसी दृष्टि देना।।2।।
भले कांटे हो राहों में
भले अंगारों पर चलना।।3।।
मुझ में सदा मानवता का
सद्गुण सा स्वरूप देना ।।4।।
हम बालक हैं तेरे भगवन
हमें अपनी दया देना ।।5।।
भूले अगर राह अपनी
मंजिल का पता बता देना।6।।