प्रतिमान ( मॉडल )
सरेआम खड़ी हैं।
मग्न – अर्द्ध नग्न , लिए तेवर खड़ी हैं।
ये सुन्दर चेहरे , जिसके साथ खड़ी हैं।
कुछ कर दिखाने की कोशिश
जिसमें सुन्दर मुस्कान लिए ,
खुशी के साथ सँजी खड़ी हैं।
नुमाइश, कपड़े, जेवर ,तेवर
लिए झलक हुनर साथ खड़ी हैं।
नपे- तुले कदम,
मादकता भरी निगाह लिए साथ खड़ी हैं।
पल भर में छा जाने के लिए ।
वहाँ भी बेताब तैयार खड़ी हैं ।
आपा-धापी भरी जुनून,
जुगाड़ दौरान लिए, तहे दिल से , हैरान
दौलत के लिए परेशान खड़ी हैं।
कंपनी के साथ, स्वतंत्र सहमति के साथ,
नुमाइश कपड़े , जेवर या तेवर
लिए झलक हुनर के साथ खड़ी हैं।
वक्त, जिंदगी जी रही हैं।
कितने मासूम दिखते हैं,
ये रंगीन चेहरे भी, जिसमें मुस्कान लिए पड़ी हैं।
वहाँ भी ना जाने किससे परेशान खड़ी हैं_ डॉ. सीमा कुमारी , बिहार ( भागलपुर )दिनांक-18-1-022