प्यारी गजल
सहन शीलता और माफी की मूरत होते मा बापू ,
जब गलती करते बच्चो का दिल फना फना रहता ।
खुशिया सदा देते है चिरागो की तरह,
घर के हर कोने मे अंधेरा घना रहता है।
मुसीबत आती है जब बेटे और बेटियो पर,
पिता हर पल बच्चो की डाल बना रहता है
मांबाप छोड़ देते है बच्चो बडे होकर ओरो के लिये
फिर भी पिता अंदर से टूटकर मजबूत बना रहता है
मांबाप का साया सिर पर हमेशा हो कृष्णा यही चाहता केवल
पत्ती और डालियो के नीचे मजबूत चना रहता है
कृष्णकांत गुर्जर