पेड़
१.फल,फूल,बारिश,छाया ये कहां से लाओगे
कब तक यूं शज़र काटकर नई बस्तियां बसाओगे।।
२.न पूछो किसी से तुम घर का पता मेरा
इक शजर के बगल से जाता है रास्ता मेरा
अब कैद होकर रह जाते है यादों में ही दरख़्त सारे
कभी इन्हीं के तले खेलते बीता है बचपन मेरा।।
3.जिंदगी है सड़क के किनारे खड़े पेड़ की मानिंद
हर कोई आगे बढ़ जाता है पीछे छूटता देख कर।।