छुप जाता है चाँद, जैसे बादलों की ओट में l
Noone cares about your feelings...
*वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर*
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
*रक्षाबंधन का अर्थ यही, हर नारी बहन हमारी है (राधेश्यामी छंद
"दयानत" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वो नसीबों का सिकन्दर हो न हो ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
"" *माँ के चरणों में स्वर्ग* ""
गहरी नदिया नांव पुराने कौन है खेवनहार
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
ग़ज़ल : तुमको लगता है तुम्हारी ज़िंदगी पुर-नूर है