पिता से प्यारा रिश्ता
पिता से प्यारा रिश्ता
———————–
भावों के प्रेम सा प्यारा रिश्ता,
पिता और बेटी का अनमोल रिश्ता।
कभी बन जाते दोस्त मेरे,
और गुरु भी बन जाते।
कभी दादाजी का रोल निभा कर,
और नाना जी भी बन जाते !
हर रिश्ते को खूब निभाते,
मामा ,फूफा,मौसा जी बनकर।
अपनी प्यारी धाक खूब जमाते,
भावों के प्रेम सा प्यारा रिश्ता
पिता और बेटी का अनमोल रिश्ता!!!
सुषमा सिंह*उर्मि,,
कानपुर