Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2022 · 2 min read

पिता के गुण

पिता एक ऐसा व्यक्तित्व होता है जिसे अगर एक वाक्य मे समझाने को बोला जाएं तो यहाँ असंभव होगा। और साथ ही ऐसा व्यक्ति जिसे दुनिया मे हमारी सबसे ज्यादा फ़िक्र होती है या जो हमारे सबसे बड़े शुभचिंतक होते है। इसमे एक जाहिर सी बात है की भले हमारे पिता को भविष्य की बातों की जैसे आगे पढाई क्या करनी चाहिए या कौन सा व्यवसास करना चाहिए ये पता ना हो और उतनी जानकारी ना हो इसलिए शायद उनके भविष्य को लेकर फैसले गलत हो सकते है लेकिन इसके पीछे उनकी नियत कभी गलत नही होती की मेरा बेटा मुझसे पीछे रहे या सफल ना हो सके उनके विचार हमारे बारे मे हमेशा सकरात्मक होते है।
अब अगर ध्यान दे तो जैसे ही हम घर से बाहर होते है तो कुछ को छोड़कर पूरी दुनिया हमे नीचा दिखाने मे लगी रहती है लेकिन इस वक़्त पिता ही है जो गलत हो या सही लगातार प्रोत्साहित करते रहते है।
संघर्ष जिसके बिना शायद ही कोई आदमी जीवन मे सफल हुआ हो और इस चीज को सिखाने वाला अकेला पिता ही होता है जो एक दोस्त बनकर हमारी सहायता करते है।
अब बात आती है विश्वास की भरोसे की जिसके बिना बेटे और पिता का रिश्ता चल ही नही सकता तो भरोसा सदा बनाए रखना चाहिए क्योंकि मेरा हिसाब से जब भी आप पिता का भरोसा तोड़ते है तो आप उनसे आँख मिला के कैसे बात कर सकते है ऐसे परिस्थिति मे भी पिता ही सहारा देता है।
अब आई पिता के प्यार की बात तो पिता हमसे कितना प्यार करते हैं ये जताता नही कभी भी जैसे अन्य कोई भी कहता है की कैसे हो, क्या कर रहे हो पिता ये सब नही पूछता लेकिन हमेशा ईश्वर से अपने बेटे की सफलता की कामना करता हैं।
और पिता को भी हमे थोड़े प्यार की जरूरत होती हैं लेकिन उनकी चाह इतनी सी होती है की जब भी बेटे को फोन करू बस वो एक बार फोन उठा के बात कर ले इतनी सी उनकी इच्छा होती हैं।
अब पिता की तारीफ़ मे कई किताबे लिखी जा सकती है पर मैंने कुछ लेख के द्वारा इसे समझाने की कोशिश की है।

Language: Hindi
Tag: लेख
987 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3234.*पूर्णिका*
3234.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#Om
#Om
Ankita Patel
मैं तो महज एहसास हूँ
मैं तो महज एहसास हूँ
VINOD CHAUHAN
'अकेलापन'
'अकेलापन'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*दहेज*
*दहेज*
Rituraj shivem verma
जल्दी-जल्दी  बीत   जा, ओ  अंधेरी  रात।
जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात।
दुष्यन्त 'बाबा'
मां - स्नेहपुष्प
मां - स्नेहपुष्प
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तुम्हारी जाति ही है दोस्त / VIHAG VAIBHAV
तुम्हारी जाति ही है दोस्त / VIHAG VAIBHAV
Dr MusafiR BaithA
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
मां
मां
Sûrëkhâ
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
Sarfaraz Ahmed Aasee
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
मजबूरियों से ज़िन्दा रहा,शौक में मारा गया
मजबूरियों से ज़िन्दा रहा,शौक में मारा गया
पूर्वार्थ
राह पर चलना पथिक अविराम।
राह पर चलना पथिक अविराम।
Anil Mishra Prahari
जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से
जी रहे हैं सब इस शहर में बेज़ार से
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
"सब्र का इम्तिहान लेता है।
*Author प्रणय प्रभात*
ह्रदय
ह्रदय
Monika Verma
मेरे मन के धरातल पर बस उन्हीं का स्वागत है
मेरे मन के धरातल पर बस उन्हीं का स्वागत है
ruby kumari
पल पल का अस्तित्व
पल पल का अस्तित्व
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बिना शर्त खुशी
बिना शर्त खुशी
Rohit yadav
माह -ए -जून में गर्मी से राहत के लिए
माह -ए -जून में गर्मी से राहत के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
भ्रात प्रेम का रूप है,
भ्रात प्रेम का रूप है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेरी माटी मेरा देश🇮🇳🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश🇮🇳🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हर एक नागरिक को अपना, सर्वश्रेष्ठ देना होगा
हर एक नागरिक को अपना, सर्वश्रेष्ठ देना होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ईर्ष्या
ईर्ष्या
Dr. Kishan tandon kranti
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
Loading...