Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2021 · 1 min read

कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस

कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
काश होता कोई इस ख़ाके – बदन का वारिस

जान से प्यारी है मुझको ये वतन की मिट्टी
मुल्क का अपने मुहाफ़िज़ हूँ, वतन का वारिस

बारहा मैंने उसे फूल मसलते देखा
बनके बैठा है चमन में जो चमन का वारिस

बद नसीबी कि कभी छत भी, मयस्सर न हुई
और कहने को हूँ मैं चर्खे़-कुहन का वारिस

उसकी यादें भी ख़फ़ा हो गयीं मुझसे वरना
मुद्दतों मैं रहा उस शोख़ के मन का वारिस

अपनी ग़ज़लों में फ़क़त मीर का रस घोल दिया
सारी दुनिया मुझे समझे है सुख़न का वारिस

ज़िन्दगी भर जो हिमायत में अंधेरों की रहा
मुन्तख़ब हो गया “आसी” वह किरन का वारिस
_______◆_________
सरफ़राज़ अहमद आसी

403 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-173💐
💐प्रेम कौतुक-173💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रावण का परामर्श
रावण का परामर्श
Dr. Harvinder Singh Bakshi
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
पावन सावन मास में
पावन सावन मास में
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
फितरत,,,
फितरत,,,
Bindravn rai Saral
The Profound Impact of Artificial Intelligence on Human Life
The Profound Impact of Artificial Intelligence on Human Life
Shyam Sundar Subramanian
"अभिलाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
Mai koi kavi nhi hu,
Mai koi kavi nhi hu,
Sakshi Tripathi
वर्णिक छंद में तेवरी
वर्णिक छंद में तेवरी
कवि रमेशराज
खोज सत्य की जारी है
खोज सत्य की जारी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
यही बस चाह है छोटी, मिले दो जून की रोटी।
यही बस चाह है छोटी, मिले दो जून की रोटी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
#दो_टूक
#दो_टूक
*Author प्रणय प्रभात*
जो बनना चाहते हो
जो बनना चाहते हो
dks.lhp
शौक़ इनका भी
शौक़ इनका भी
Dr fauzia Naseem shad
झूठ बोलते हैं वो,जो कहते हैं,
झूठ बोलते हैं वो,जो कहते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
*हो न हो कारण भले, पर मुस्कुराना चाहिए 【मुक्तक 】*
*हो न हो कारण भले, पर मुस्कुराना चाहिए 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
अंतस का तम मिट जाए
अंतस का तम मिट जाए
Shweta Soni
World Hypertension Day
World Hypertension Day
Tushar Jagawat
“नये वर्ष का अभिनंदन”
“नये वर्ष का अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
नजरे मिली धड़कता दिल
नजरे मिली धड़कता दिल
Khaimsingh Saini
हिन्दी दोहे- चांदी
हिन्दी दोहे- चांदी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अपनी ही हथेलियों से रोकी हैं चीख़ें मैंने
अपनी ही हथेलियों से रोकी हैं चीख़ें मैंने
पूर्वार्थ
माँ की एक कोर में छप्पन का भोग🍓🍌🍎🍏
माँ की एक कोर में छप्पन का भोग🍓🍌🍎🍏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2545.पूर्णिका
2545.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तेरी तसवीर को आज शाम,
तेरी तसवीर को आज शाम,
Nitin
मेरी शायरी की छांव में
मेरी शायरी की छांव में
शेखर सिंह
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
Ranjeet kumar patre
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...