पापा
आप हमें बताओ पापा!
इतना प्यार कहाँ से लाते हो।
अपने अन्दर ढेर सारा प्यार छुपाकर,
कैसे खुद को सख्त दिखलाते हो।
हम सब को अच्छा इंसान बनाने के लिए,
कई बार हम सब के नजरो मे
आप बुरे भी बन जाते हो।
बताओं हमें पापा आप
यह सब कैसे कर लेते हो।
आप हमें बताओं पापा!
इतना त्याग कहाँ से लाते हो।
खुद अपनी जरूरतों की कटौती कर,
कैसे हम सब की फरमाईशो
को पूरा करने के लिए,
अपनी सारी जमा पूंजी लगा देते हो।
कैसे अपने लिए बिना कुछ भी रखे,
सब कुछ हम सब पर लुटा देते हो।
बताओ हमें पापा आप
यह सब कैसे कर लेते हो।
आप हमें बताओ पापा!
अपना दर्द भुलाकर आप
कैसे हम सब का दर्द अपना लेते हो।
हम सबके सपनो को पूरा करने के लिए,
आप कैसे अपना सपना भुल जाते हो।
और हम सबके सपनों को पूरा होते देख
आप बहुत खुश हो जाते हो।
बताओ हमें पापा आप
यह सब कैसे कर लेते हो।
हम सब को कोई गम छू न सके,
इसके लिए आप सदा ढाल
बनकर खड़े हो जाते हो।
चाहे इसके लिए आपको
कितना भी दुख उठाना पड़े,
आप सारे कष्ट अपने ऊपर
हँसते – हँसते ले लेते हो।
बदले में हम सब को आप
सिर्फ खुशियाँ ही खुशियाँ देते हो।
बताओ हमें पापा आप
यह सब कैसे कर लेते हो।
आप हमें बताओ पापा
कैसे आप सदा हम सब के
आस पर खड़े उतरते हो।
कैसे हम सब के विश्वास को
आत्मविश्वास में बदल देते हो।
कैसे हम – सब के अन्दर
इतना जोश भर देते हो।
बताओ हमें पापा आप
यह सब कैसे कर लेते हो।
आप हमें बताओं पापा
कैसे आप दिन-रात काम
कर लेते हो,
और बिना आराम किए
कैसे आप सदा मेहनत करने
में लगे रहते हो।
कैसे अपनी थकावट पर
आप विजय पाते हो,
और इतना थक जाने पर भी
आप चेहरे पर हँसी कैसे लाते हो।
पापा बताओ हमें आप
यह सब कैसे कर लेते हो।
मुझको तो लगता है पापा
आप ईश्वर का रूप हो।
हम सबके सपनो को
पुरा करने के लिए,
हम सब का दुख दूर करने के लिए,
ईश्वर द्वारा धरती पर भेजा गया,
उनका ही एक स्वरूप हो।
बताओ हमें पापा आप क्या हो!
~अनामिका सिंह
नई दिल्ली