पापा
समुद्र से मोती, आसमां से तारें।
ढुंढ के ला दो चांद सितारे।।
ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा
देख रहीं हु राह तुम्हारे।
अब आ भी जाओ पापा हमारे।।
ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा
ना करू मैं शैतानी,ना करूं मैं मनमानी।
तेरे सिवा मैं और किसी से ना मानूं।।
ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा
मैं तेरी हूं गुड़िया,तु मेरा है पापा।
जग में है न्यारा , रिश्ता अनोखा।।
ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा
माफ भी कर दो अब गलती हमारी।
फिर से ना होगी ये नदानी हमारी।।
ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा
नीतू साह सिवान