पापा के निशान
दिखते है अम्बर मे
दिखते है जमीन पर
बस पापा के निशान से।
खेतों मे हल चलाते है
धूप को मजा चढ़ाते है
बस पापा के निशान से।
बड़ी बड़ी चट्टानें हटती
जल की तो धार बदलती
बस पापा के निशान से
हरियाली भी गले लगाती
सुखापन दूर हो जाता हैं
बस पापा के निशान से।
रिश्ते कई बदलते है
पर प्यार ना बदलता जो
बस पापा के निशान से।
कलियों की मुस्कान है जो
बच्चों का अभिमान हैं जो
बस पापा के निशान से।
सफल हुए है कितने जाने
बस धूल लगा के चरणो की
बस पापा के निशान से।।