Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 1 min read

चार यार

मिल बैठे है चार यार ,
कर रहे है बाते हज़ार ,
जिस कश्ती में तुम हो सवार ,
उसको डूबाने को है सब त्यार।

उजाड़ने वाले ,
कर रहे है बाते संवारने की,
मानो कसाई कर रहा हो बाते ,
पशुओं को बचाने की ,
पशुओं को आघात ना पहुंचाने की।

मिटा रहे है जो अस्तित्व तुम्हारा
वो तुम्हारे अपने है,
कोई और नहीं है ,
देख खुशी तुम्हारी ,
आज जो दिख रहे है खुश ,
असल में कर रहे अफसोस वही है।

छुप गए थे जो,
देख तुम्हे तन्हा लाचार ,
मिलने आए है आज, बन पुराने यार ।

करते है बाते साथ निभाने की ,
साथ छोड़ जो माना रहे थे,
तुम बिन जश्न हज़ार ,
बता रहे है तुम्हे अपना,
जो भूल गए थे तुम्हे , न जाने कितनी बार
मिल बैठे है चार यार ,कर रहे है बाते हज़ार।

❤️ स्कंदा जोशी

14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
gurudeenverma198
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
ग़ज़ल/नज़्म - हुस्न से तू तकरार ना कर
अनिल कुमार
" यकीन करना सीखो
पूर्वार्थ
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
किस जरूरत को दबाऊ किस को पूरा कर लू
शेखर सिंह
ओह भिया क्या खाओगे ?
ओह भिया क्या खाओगे ?
Dr. Mahesh Kumawat
■ शुभ धन-तेरस।।
■ शुभ धन-तेरस।।
*प्रणय प्रभात*
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
हम सभी केवल अपने लिए जीते और सोचते हैं।
हम सभी केवल अपने लिए जीते और सोचते हैं।
Neeraj Agarwal
बुद्ध सा करुणामयी कोई नहीं है।
बुद्ध सा करुणामयी कोई नहीं है।
Buddha Prakash
मुझे क्या मालूम था वह वक्त भी आएगा
मुझे क्या मालूम था वह वक्त भी आएगा
VINOD CHAUHAN
साल गिरह की मुबारक बाद तो सब दे रहे है
साल गिरह की मुबारक बाद तो सब दे रहे है
shabina. Naaz
"New year की बधाई "
Yogendra Chaturwedi
हवन
हवन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*एक चूहा*
*एक चूहा*
Ghanshyam Poddar
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
*जब हो जाता है प्यार किसी से*
*जब हो जाता है प्यार किसी से*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
Subhash Singhai
कहो जय भीम
कहो जय भीम
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
Hajipur
Hajipur
Hajipur
4. गुलिस्तान
4. गुलिस्तान
Rajeev Dutta
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
#उलझन
#उलझन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"मन क्यों मौन?"
Dr. Kishan tandon kranti
नव कोंपलें स्फुटित हुई, पतझड़ के पश्चात
नव कोंपलें स्फुटित हुई, पतझड़ के पश्चात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
Rj Anand Prajapati
*इमली (बाल कविता)*
*इमली (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तेरे इंतज़ार में
तेरे इंतज़ार में
Surinder blackpen
कोरे कागज़ पर
कोरे कागज़ पर
हिमांशु Kulshrestha
Loading...