Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2021 · 1 min read

पापा की पुण्यतिथी

आज पापा की २८ वी पुण्य तिथि पर

आपके यूँ अचानक छोड़ कर चले जाना
घाव कितना गहरा होगा शायद आपको
अहसास भी नही होगा मैं चीखती रही
यादे घाव में पस सी बढ़ती गई असहनीय पीड़ा सी
चीख दूर तक तो गई पर आप तक नही
आप तो दूर अनंत में सोए थे चिरनिंद्रा में
आज भी लफ्ज़ में आपको लिखना चाहती हूँ
कुछ पंक्तियो को सजाना चाहती हूँ यादे लिखकर
कलम में आपके ख्यालों के शब्द दे
लिख देना चाहती हूँ अपने अन्तःमन के
उबलते हुए दर्द को,आपकी यादों में
शब्दो को सजा देख लेना चाहती हूँ आपकी तस्वीर
आंखों के सामने उतर आती है आज भी यादे
आपका अद्भूत स्नेह जो शायद आपके बाद मिला ही नही
आप के जाने से रह गई नितांत अकेली सी
शायद किस्मत का खोट ही था तभी तो
आप यूँ छोड़,मुहँ मोड़ चल दिये अनंत यात्रा पर
पर मुझे आज भी यही लगता है कि आप है आज भी
आपको सब”थे” बोलते है पर आप तो आज भी
मेरे पापा ही है आज भी मैं बिलखती हूँ यादों में
नितांत अकेली ,बेसहारा सी आपकी बिटिया
आपकी सिर्फ आपकी प्यारी वाली”पिंकी”बिटिया
डॉ मंजु सैनी

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Kumud Srivastava
दो कदम
दो कदम
Dr fauzia Naseem shad
दे ऐसी स्वर हमें मैया
दे ऐसी स्वर हमें मैया
Basant Bhagawan Roy
मौसम
मौसम
Monika Verma
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
कवि रमेशराज
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
Kanchan Khanna
जीवन शैली का स्वस्थ्य पर प्रभाव
जीवन शैली का स्वस्थ्य पर प्रभाव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
एक सलाह, नेक सलाह
एक सलाह, नेक सलाह
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
"प्यार की कहानी "
Pushpraj Anant
।।बचपन के दिन ।।
।।बचपन के दिन ।।
Shashi kala vyas
समय
समय
Swami Ganganiya
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
बाल कविता : काले बादल
बाल कविता : काले बादल
Rajesh Kumar Arjun
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
भक्त मार्ग और ज्ञान मार्ग
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
टीस
टीस
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
आप सच बताइयेगा
आप सच बताइयेगा
शेखर सिंह
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
* सामने बात आकर *
* सामने बात आकर *
surenderpal vaidya
रिश्ते चाय की तरह छूट रहे हैं
रिश्ते चाय की तरह छूट रहे हैं
Harminder Kaur
करे मतदान
करे मतदान
Pratibha Pandey
सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप।
सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
Ravi Prakash
मुस्कुरा देने से खुशी नहीं होती, उम्र विदा देने से जिंदगी नह
मुस्कुरा देने से खुशी नहीं होती, उम्र विदा देने से जिंदगी नह
Slok maurya "umang"
ज़रूरी ना समझा
ज़रूरी ना समझा
Madhuyanka Raj
Loading...