Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2022 · 1 min read

पापा आप बिन

शीर्षक:पापा आप बिन

कैसे रानी बिटिया हुआ करती थी मैं
जब आप मेरे साथ थे जीवंत रूप में
कैसे रानी बिटिया से अनाथ हुई
समझ ही नही आया आखिर क्यों
सभी राहे इतनी कठिन क्यो दिख पड़ती हैं
वही जो आपके साथ आसान हुआ करती थी
लगता हैं जैसे जिंदगी हँसती हैं मुझपर
उसके हाथ की कठपुतली सी बन गई मैं
जबसे आपके बिन हो गई मैं
डगमगाते कदम को कोई टोकता नही अब
जिंदगी खुल कर अपना रूप दिख रही अब
मेरी आँखों मे आपकी तस्वीर उभरती हैं अब
कोई भी ख़्वाहिश ही नही रही अब
मैने आपके संग ही जीना सीखा था पर
अब आप नही है तो समझो कैसे जी रही हूँ मैं
मेरे दर्द की टीस पीड़ा देती हैं मुझे
आप होते तो संभाल लेते मुझे
किसी के सामने नही झुका सिर मेरा
पर रब के सामने अब नयमस्तक हूं मैं
शायद यही सोच कि आप अब उसके ही पास है
वही आपको मेरी यादे बताता होगा
आपको मेरी याद दिलाता होगा
कैसे है आपके बिन आपकी बेटी
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

1 Like · 1 Comment · 155 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
ছায়া যুদ্ধ
ছায়া যুদ্ধ
Otteri Selvakumar
सावन आज फिर उमड़ आया है,
सावन आज फिर उमड़ आया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संबंध अगर ह्रदय से हो
संबंध अगर ह्रदय से हो
शेखर सिंह
बथुवे जैसी लड़कियाँ /  ऋतु राज (पूरी कविता...)
बथुवे जैसी लड़कियाँ / ऋतु राज (पूरी कविता...)
Rituraj shivem verma
जिनमें कोई बात होती है ना
जिनमें कोई बात होती है ना
Ranjeet kumar patre
मेल
मेल
Lalit Singh thakur
*बहकाए हैं बिना-पढ़े जो, उनको क्या समझाओगे (हिंदी गजल/गीतिक
*बहकाए हैं बिना-पढ़े जो, उनको क्या समझाओगे (हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
चुनाव
चुनाव
Mukesh Kumar Sonkar
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कल को छोड़कर
कल को छोड़कर
Meera Thakur
"सत्य"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
262p.पूर्णिका
262p.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
राम प्यारे हनुमान रे।
राम प्यारे हनुमान रे।
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
पूर्वार्थ
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■ आदी हैं मल-वमन के।।
■ आदी हैं मल-वमन के।।
*प्रणय प्रभात*
माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार |
माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार |
जगदीश शर्मा सहज
आपसे गुफ्तगू ज़रूरी है
आपसे गुफ्तगू ज़रूरी है
Surinder blackpen
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
Manoj Mahato
छूटा उसका हाथ
छूटा उसका हाथ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"वसन"
Dr. Kishan tandon kranti
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
Rj Anand Prajapati
जितना सच्चा प्रेम है,
जितना सच्चा प्रेम है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सपने
सपने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पुण्य आत्मा
पुण्य आत्मा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
**मन में चली  हैँ शीत हवाएँ**
**मन में चली हैँ शीत हवाएँ**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
सवर्ण और भगवा गोदी न्यूज चैनलों की तरह ही सवर्ण गोदी साहित्य
Dr MusafiR BaithA
Loading...