Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

–पागल खाना ?–

जमाना पागल हो गया है
या मेरी ही आँखों का हेर-फेर है
जिस को देखो नीच हरकत करते
रील पर रील में ही पेलमपेल है !!

अधखुले वस्त्र से बदन दिखा रहे
शर्म नहीं है कि बच्चे बड़े अब हो रहे
मिया बीवी ने लाज शर्म का घूंघट देखो
रील बना-बना के इज्जत खुद की उछाल रहे !!

कितना नीच और नंगा हो रहा है समाज
लगता है इस के सिवा नहीं कोई काम काज
नंगे होकर पैसा कमाने की धुन में यह पागल मियाँ
अपनी बीवी को छोटे से छोटे कपडे पहना रहे !!

यह पागल पन नहीं तो और क्या परोस रहे
युवा पीढ़ी की जिंदगी तबाह कर रहे
उम्र का भी ख्याल नहीं बाकी रहा मन में
नीचता की हर हद को पार पा रहे !!

जवानी तो दीवानी होती है सब को पता है
दुनिआ में अब बुड्ढे भी करतब दिखा रहे
जरा सा नहीं सोचते हम अब कहाँ (उम्र) हैं
नाती पोतों को अपनी बर्बादी की झलक दिखा रहे !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
1 Like · 460 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
Dr. Man Mohan Krishna
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
Keshav kishor Kumar
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
Wishing you a very happy,
Wishing you a very happy,
DrChandan Medatwal
इतना कभी ना खींचिए कि
इतना कभी ना खींचिए कि
Paras Nath Jha
मंटू और चिड़ियाँ
मंटू और चिड़ियाँ
SHAMA PARVEEN
"फितरत"
Ekta chitrangini
इश्क  के बीज बचपन जो बोए सनम।
इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
20)”“गणतंत्र दिवस”
20)”“गणतंत्र दिवस”
Sapna Arora
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
लिखना है मुझे वह सब कुछ
लिखना है मुझे वह सब कुछ
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
खुद पर यकीन,
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
मैं जिसको ढूंढ रहा था वो मिल गया मुझमें
Aadarsh Dubey
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
Vinod Patel
फ़ासला गर
फ़ासला गर
Dr fauzia Naseem shad
शुद्ध
शुद्ध
Dr.Priya Soni Khare
प्रणय 6
प्रणय 6
Ankita Patel
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
आर.एस. 'प्रीतम'
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
-- कैसा बुजुर्ग --
-- कैसा बुजुर्ग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
इच्छा-मृत्यु (बाल कविता)
इच्छा-मृत्यु (बाल कविता)
Ravi Prakash
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
Shyam Sundar Subramanian
कमियाबी क्या है
कमियाबी क्या है
पूर्वार्थ
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
हे प्रभू !
हे प्रभू !
Shivkumar Bilagrami
समय से पहले
समय से पहले
अंजनीत निज्जर
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
सोनू की चतुराई
सोनू की चतुराई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...