*पाऊँ पद हरि आपके , प्रभु जी करो विचार【भक्ति-कुंडलिया】*
पाऊँ पद हरि आपके , प्रभु जी करो विचार【भक्ति-कुंडलिया】
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पाऊँ पद हरि आपके , प्रभु जी करो विचार
श्याम सुकोमल पद-कमल ,अंतःकरण-पुकार
अंतःकरण – पुकार , जगत के पद भरमाते
लोभी – मन मद मोह , जीव में और बढ़ाते
कहते रवि कविराय , धन्य जीवन हो जाऊँ
नश्वर पद को छोड़ ,भक्ति हरि-पद की पाऊँ
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451