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20 Aug 2017 · 1 min read

पहाड़

मूर्खता की दौड़ मेें
जब तुम नंगे थे
कपड़ा पहनना भी
तुम्हें नहीं आता था,
हम उससे कई युग
पहले ही से लिबास
पहने हुए थे;
अब अक्ल की दौड़ में
तुम लिबास पहन कर
खुद को इंसान कहलानेवाले
उतार कर हमारे लिबास
हमें नंगा कर हमारे
अस्तित्व को मिटाने की
कोशिश कर रहे हो ?

Language: Hindi
500 Views
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