Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2022 · 1 min read

पहनते है चरण पादुकाएं ।

पहनते है चरण पादुकाएं ।
दशा और दुर्दशा का भी हाल बताते है,
करते है सुरक्षा सभी के पैरों की,
चलना हो जाता है बड़ा आसान ,
यात्रा हो या खराब राह ।

पहनते है चरण पादुकाएं ।
जीवन की सफलता में देता है साथ,
दिख जाती है हैसियत ,
पहनते है इसको खरीद किफायती दाम में,
घिस जाती है तो बताती संघर्षों के निशान।

पहनते है चरण पादुकाएं ।
किसी नए की आने की होती है पहचान,
पायी जाती है जब घर के दरवाजे के बाहर,
आसानी से हो जाती पहचान नारी है या पुरुष ,
आने वाला शख्स है अतिथि या कोई अपना बन्धु ।

पहनते है चरण पादुकाएं ।
दिखते है पैर सुंदर अद्भुत और कमाल,
छोटी-बड़ी सभी के नाप की होती है अलग,
जब पिता की पादुकाएं हो जाए बेटे को,
समझ लेना जिम्मेदारी निभाने को हो जाए अवगत् ।

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

9 Likes · 4 Comments · 509 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
जो ये समझते हैं कि, बेटियां बोझ है कन्धे का
जो ये समझते हैं कि, बेटियां बोझ है कन्धे का
Sandeep Kumar
रिश्ते और तहज़ीब
रिश्ते और तहज़ीब
पूर्वार्थ
" चाह "
Dr. Kishan tandon kranti
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
Manisha Manjari
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
Ravi Prakash
हौसला रखो
हौसला रखो
Dr. Rajeev Jain
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
Shweta Soni
मां
मां
Dr. Shakreen Sageer
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
Pratibha Pandey
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
कवि रमेशराज
3371⚘ *पूर्णिका* ⚘
3371⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जश्ने आज़ादी का
जश्ने आज़ादी का
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ठीक है चंदन बनें, महका करें,
ठीक है चंदन बनें, महका करें,
*प्रणय*
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Vandna Thakur
#बेबस लाचारों का
#बेबस लाचारों का
Radheshyam Khatik
मेरी (ग्राम) पीड़ा
मेरी (ग्राम) पीड़ा
Er.Navaneet R Shandily
मै ही रहा मन से दग्ध
मै ही रहा मन से दग्ध
हिमांशु Kulshrestha
Mere papa
Mere papa
Aisha Mohan
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
चार दिन की जिंदगी
चार दिन की जिंदगी
Karuna Goswami
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
मेरे भोले भण्डारी
मेरे भोले भण्डारी
Dr. Upasana Pandey
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
चाहत 'तुम्हारा' नाम है, पर तुम्हें पाने की 'तमन्ना' मुझे हो
Chaahat
रूप यौवन
रूप यौवन
surenderpal vaidya
नशा-ए-दौलत तेरा कब तक साथ निभाएगा,
नशा-ए-दौलत तेरा कब तक साथ निभाएगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...