Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2024 · 1 min read

पवन

***पवन***
कभी मंद कभी तीव्र गति से
वस बहती ही जाये पवन
आये जो भी इसकी राहो में
मीलो तक उसकी खुशबू पहुंचाये पवन
कभी मंद———————-
पशु पछी और जीव जन्तु
सबके मन को हर्षाये पवन
छोडके जात-पात और ऊंच-नीच
सबके दिल को महकाये पवन
कभी मंद———————
देश जनों में व्याप्त है ईर्ष्या
पर ना मानें कोई ईर्ष्या पवन
एक प्रेम भाव से भावुक होकर
बस बहती ही जाये पवन
कभी मंद———————-
***दिनेश कुमार गंगवार***

Language: Hindi
1 Like · 72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dinesh Kumar Gangwar
View all
You may also like:
वो कई बरस के बाद मिली थी मुझसे,
वो कई बरस के बाद मिली थी मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक कुण्डलियां छंद-
एक कुण्डलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
3352.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3352.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
मेरे स्वर जब तेरे कर्ण तक आए होंगे...
मेरे स्वर जब तेरे कर्ण तक आए होंगे...
दीपक झा रुद्रा
नदियां बहती जा रही थी
नदियां बहती जा रही थी
Indu Singh
*नियति*
*नियति*
Harminder Kaur
अपनी अपनी बहन के घर भी आया जाया करो क्योंकि माता-पिता के बाद
अपनी अपनी बहन के घर भी आया जाया करो क्योंकि माता-पिता के बाद
Ranjeet kumar patre
तक़दीर शून्य का जखीरा है
तक़दीर शून्य का जखीरा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
फूलो की सीख !!
फूलो की सीख !!
Rachana
दिल में मेरे
दिल में मेरे
हिमांशु Kulshrestha
प्रश्न  शूल आहत करें,
प्रश्न शूल आहत करें,
sushil sarna
धर्म
धर्म
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सुबह सुबह का घूमना
सुबह सुबह का घूमना
जगदीश लववंशी
...........!
...........!
शेखर सिंह
শিবকে নিয়ে লেখা গান
শিবকে নিয়ে লেখা গান
Arghyadeep Chakraborty
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
आँगन में दीवा मुरझाया
आँगन में दीवा मुरझाया
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!!
मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!!
Ravi Betulwala
स्वामी श्रद्धानंद का हत्यारा, गांधीजी को प्यारा
स्वामी श्रद्धानंद का हत्यारा, गांधीजी को प्यारा
कवि रमेशराज
सफलता का मार्ग
सफलता का मार्ग
Praveen Sain
*हर दिन, हर रस, हर विधा,
*हर दिन, हर रस, हर विधा,
*प्रणय*
ग़ज़ल होती है
ग़ज़ल होती है
Anis Shah
काश की रात रात ही रह जाए
काश की रात रात ही रह जाए
Ashwini sharma
वो अब नहीं आयेगा...
वो अब नहीं आयेगा...
मनोज कर्ण
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
मुस्कुराओ तो सही
मुस्कुराओ तो सही
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"जीवन का सबूत"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...