पवनपुत्र हनुमान स्तुति
पवनपुत्र हनुमान स्तुति
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हे !करूणानिधान अंजनि सुत हनुमान,
दूर करो सकल कष्टों का समाधान।
तुम ही प्रभु सबको देते हो जीवन दान,
भक्तों को खुश होकर दिया है वरदान।
में तो आया हनुमंत शरण तिहारी,
सकल भक्त प्रभु तुम पर बलिहारी।
तेरी भक्ति से उर को मिलता है आराम,
सबसे बड़ी शक्ति जगत में हनुमान
जय श्रीराम ।
जगत के सब नर नारी शीश झुकाते,
सुमिरन तेरा सब करते, तेरे ही गुण
भक्त हे गाते।
कोई भी भक्त रहे न दुखियारे,
जीवन के तुम सदा ही रखवारे।
तुम्हारी शरण में जो भक्त आता,
भव सागर से वो पार हो जाता।
तुम्हारी महिमा है अपरम्पार,
पूजे तुमको सकल संसार ।।
सुषमा सिंह*उर्मि,,