Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2023 · 1 min read

पल-पल यू मरना

पल-पल यू मरना
मुझे अच्छा नहीं लगता
इग्नोर तेरा यू करना
मुझे अच्छा नहीं लगता
प्यार पर क्यूं जाने अब
थोड़ा शक़ होने लगा है जान
कतरे हुए इन परों से यू उड़ना
मुझे अच्छा नहीं लगता!

✍️ D k

2 Likes · 126 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सड़क छोड़ो, दरवाजे बनवाओ (हास्य व्यंग्य)*
*सड़क छोड़ो, दरवाजे बनवाओ (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
होली (विरह)
होली (विरह)
लक्ष्मी सिंह
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
संत गाडगे सिध्दांत
संत गाडगे सिध्दांत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
2466.पूर्णिका
2466.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरी जिंदगी सजा दे
मेरी जिंदगी सजा दे
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
दलित साहित्यकार कैलाश चंद चौहान की साहित्यिक यात्रा : एक वर्णन
दलित साहित्यकार कैलाश चंद चौहान की साहित्यिक यात्रा : एक वर्णन
Dr. Narendra Valmiki
अरर मरर के झोपरा / MUSAFIR BAITHA
अरर मरर के झोपरा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
राज्य अभिषेक है, मृत्यु भोज
राज्य अभिषेक है, मृत्यु भोज
Anil chobisa
अभिसप्त गधा
अभिसप्त गधा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
होली
होली
Kanchan Khanna
नील गगन
नील गगन
नवीन जोशी 'नवल'
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
यह क्या अजीब ही घोटाला है,
यह क्या अजीब ही घोटाला है,
Sukoon
पसंद प्यार
पसंद प्यार
Otteri Selvakumar
शब्द-वीणा ( समीक्षा)
शब्द-वीणा ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
हिंदी का सम्मान
हिंदी का सम्मान
Arti Bhadauria
तुम्ही बताओ आज सभासद है ये प्रशन महान
तुम्ही बताओ आज सभासद है ये प्रशन महान
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शेष न बचा
शेष न बचा
Er. Sanjay Shrivastava
मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
अंसार एटवी
*** अहसास...!!! ***
*** अहसास...!!! ***
VEDANTA PATEL
मुर्दा समाज
मुर्दा समाज
Rekha Drolia
फितरती फलसफा
फितरती फलसफा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
👍संदेश👍
👍संदेश👍
*Author प्रणय प्रभात*
फूलों सी मुस्कुराती हुई शान हो आपकी।
फूलों सी मुस्कुराती हुई शान हो आपकी।
Phool gufran
कभी जो रास्ते तलाशते थे घर की तरफ आने को, अब वही राहें घर से
कभी जो रास्ते तलाशते थे घर की तरफ आने को, अब वही राहें घर से
Manisha Manjari
Loading...