पर जिनकी बीवी सुंदर है !
क्या हम पुंलिंग
औरत-औरत रटते हैं सिर्फ
परनारी पे लार टपकाने ही
हम पुंलिंगों के व्याकरण हैं
पर जिनकी बीवी सुंदर है,
वो क्यों बाज़ार जाते हैं ?
क्या धनी और सुंदर औरत सुनंदा पुष्कर हो जाएंगी !
इसलिए बचिए, इसे यूँ ही पहेली नहीं कही जाती !
कि हुक्के का मुँह और औरत के ओठ जूठे नहीं होते
निराला जी ने कहा था कभी !