परी
परी
कल रात मेरे सपने में आई थी एक सुंदर परी।
अपने साथ लाई थी चॉकलेट टॉफी ढेर सारी।
लाल, नीली, पीली, बैगनी, गुलाबी और हरी।
चॉकलेट पाने मेरे दोस्तों में मच गई मारामारी।
आपस में ही हमें उलझते देख बोली रानी परी।
यूँ छोटी सी बात पर लड़ना नहीं है समझदारी।
सबको मिलेगा, आओ तुम सब बारी-बारी।
बात का हुआ असर, खत्म हुई विवाद हमारी।
मम्मी जी के जगा देने से टूट गई नींद हमारी।
मुफ्त में टॉफी खाने की इच्छा रह गई अधूरी।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़