“परिश्रम से लिखी किताब”
परिश्रम से लिखी गई किताब
सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं होती,
वह मानव को अन्तर्दृष्टि देती है
और सत्य से परिचय भी कराती है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
परिश्रम से लिखी गई किताब
सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं होती,
वह मानव को अन्तर्दृष्टि देती है
और सत्य से परिचय भी कराती है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति