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Nisha Garg
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7 May 2020 · 1 min read
परवाह
दौलत नहीं, शोहरत नहीं न वाह-वाह चाहिए,
कैसे हो ? कहाँ हो ? बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए !
Language:
Hindi
Tag:
ग़ज़ल/गीतिका
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