Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2024 · 1 min read

“परछाई के रंग”

“परछाई के रंग”
काले-गोरे का कोई भेद नहीं
सबके संग यह रहती,
खाक बनकर उड़ जाने तक
रोज नई कहानी कहती।

2 Likes · 2 Comments · 55 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

सांप सीढ़ी का खेल, ज़िंदगी..
सांप सीढ़ी का खेल, ज़िंदगी..
Shreedhar
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
Being a good person is a choice. Don’t let people fool you i
Being a good person is a choice. Don’t let people fool you i
पूर्वार्थ
धरती दिल की बाँझ
धरती दिल की बाँझ
Rishabh Tomar
- वो मुझको फेसबुक पर ढूंढ रही होगी -
- वो मुझको फेसबुक पर ढूंढ रही होगी -
bharat gehlot
आनलाइन जुए की लत
आनलाइन जुए की लत
Dhirendra Singh
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
कूच-ए-इश्क़ में मुहब्बत की कलियां बिखराते रहना,
कूच-ए-इश्क़ में मुहब्बत की कलियां बिखराते रहना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आनलाइन कथा
आनलाइन कथा
Padmaja Raghav Science
*धक्का-मुक्की हो रही, संसद का यों चित्र (कुंडलिया)*
*धक्का-मुक्की हो रही, संसद का यों चित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
prAstya...💐
prAstya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
सुना है हमने दुनिया एक मेला है
सुना है हमने दुनिया एक मेला है
VINOD CHAUHAN
"अजीब दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
फ़िरक़ापरस्ती!
फ़िरक़ापरस्ती!
Pradeep Shoree
******** रुख्सार से यूँ न खेला करे ***********
******** रुख्सार से यूँ न खेला करे ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
समरसता की दृष्टि रखिए
समरसता की दृष्टि रखिए
Dinesh Kumar Gangwar
रातों में कभी आसमान की ओर देखना मेरी याद आएगी।
रातों में कभी आसमान की ओर देखना मेरी याद आएगी।
Rj Anand Prajapati
कहा तक हाथ फैलाऊं पकड़ने के लिए उसको।
कहा तक हाथ फैलाऊं पकड़ने के लिए उसको।
Sandeep Mishra
बात दिल की है इसलिए
बात दिल की है इसलिए
Dr fauzia Naseem shad
गणेश वंदना (धत्तानंद छंद )
गणेश वंदना (धत्तानंद छंद )
guru saxena
नौकरी गुलामों का पेशा है।
नौकरी गुलामों का पेशा है।
Rj Anand Prajapati
4714.*पूर्णिका*
4714.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जल संरक्षण
जल संरक्षण
Sudhir srivastava
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
👍संदेश👍
👍संदेश👍
*प्रणय*
धर्म और कर्मकांड
धर्म और कर्मकांड
Mahender Singh
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
Dushyant Kumar
शिवाजी का प्रश्न(क्या सुसुप्त तुम्हारा ज़मीर है )
शिवाजी का प्रश्न(क्या सुसुप्त तुम्हारा ज़मीर है )
पं अंजू पांडेय अश्रु
ज्ञान पुंज गुरु मानिए,
ज्ञान पुंज गुरु मानिए,
sushil sarna
Loading...