*पत्नी: कुछ दोहे*
पत्नी: कुछ दोहे
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1
भारत-भर में पत्नियाँ, रखतीं व्रत-उपवास
इनके मन में है सदा, पतिदेवों का वास
2
पत्नी का आदर करो, पत्नी से परिवार
पत्नी घर की दिव्यता, पत्नी शुभ्र विचार
3
क्या रक्खा है चाँद में, नभ पर दिखता रोज
पत्नी का मुख-चन्द्रमा, अमृत इसमें खोज
4
मरे-जिए किसको खबर, दुनिया लापरवाह
पति की लम्बी उम्र हो, पत्नी की बस चाह
5
बेटे बहुऍं ले गईं, बेटी है ससुराल
पतिदेवों का रख रही, पत्नी केवल ख्याल
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451