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26 Mar 2024 · 1 min read

“पंछी”

“पंछी”
पंछी ना तो ढोल पीटते
ना ही रचते कभी
प्रेम पर अनगिनत रचनाएँ,
वे करते सिर्फ प्रेम
और भर लेते दिलों में
लख-लख संवेदनाएँ।

3 Likes · 3 Comments · 99 Views
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