Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2024 · 1 min read

पंचवर्षीय योजनाएँ

उस राज्य का विचित्र विधान था। कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री के पद पर 5 वर्ष के लिए सिर्फ एक बार ही चुना जा सकता था। उन्हें सेवा निवृत्ति के पश्चात निर्जन द्वीप पर सपरिवार निर्वासित कर दिए जाते थे। फलस्वरूप जीवन की संध्या कष्टपूर्ण ढंग से व्यतीत होती थी।

एक बार विवेक प्रताप नामक व्यक्ति प्रधानमंत्री के पद पर चुने गए। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करते ही सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निर्वासन क्षेत्र के विकास के लिए पंचवर्षीय योजनाएँ तैयार करवाई।

योजनानुसार उस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कराया गया। अब वह क्षेत्र बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन इत्यादि नागरिक सुविधाओं से परिपूर्ण हो गया, जहाँ प्रधानमंत्री विवेक प्रताप सेवा निवृत्त होने के पश्चात सपरिवार सुखमय जीवन व्यतीत करने लगे।

याद रखें, यह विधान हर व्यक्ति पर लागू होता है। बेहतर यही कि युवावस्था में सुखद भविष्य की दिशा में हर इंसान कोई ठोस कदम उठाए।

प्रकाशित लघुकथा संग्रह : मन की आँखें (दलहा, भाग-1) से,,,,

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
नेल्सन मंडेला ग्लोबल ब्रिलियंस अवार्ड प्राप्त।

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
मेहनत कर तू फल होगा
मेहनत कर तू फल होगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
*होली*
*होली*
Dr. Priya Gupta
माटी
माटी
जगदीश लववंशी
* भावना स्नेह की *
* भावना स्नेह की *
surenderpal vaidya
छुपा छुपा सा रहता है
छुपा छुपा सा रहता है
हिमांशु Kulshrestha
"मलाईदार विभागों की खुली मांग और बिना शर्त समर्थन के दावे...
*प्रणय*
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
सपने ना बंद आँखो में है ,
सपने ना बंद आँखो में है ,
Manisha Wandhare
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
Khaimsingh Saini
“दो बूँद बारिश की”
“दो बूँद बारिश की”
DrLakshman Jha Parimal
अगर आप आदमी हैं तो / (नईकविता)
अगर आप आदमी हैं तो / (नईकविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
पूर्वार्थ
"प्रेमी हूँ मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
Mukesh Kumar Sonkar
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
*बना दे शिष्य अपराजित, वही शिक्षक कहाता है (मुक्तक)*
*बना दे शिष्य अपराजित, वही शिक्षक कहाता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
नवसंकल्प
नवसंकल्प
Shyam Sundar Subramanian
आजा आजा रे कारी बदरिया
आजा आजा रे कारी बदरिया
Indu Singh
भविष्य..
भविष्य..
Dr. Mulla Adam Ali
दरमियान कुछ नहीं
दरमियान कुछ नहीं
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
एक दूसरे से उलझकर जो बात नहीं बन पाता,
एक दूसरे से उलझकर जो बात नहीं बन पाता,
Ajit Kumar "Karn"
4571.*पूर्णिका*
4571.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
कल आज और कल
कल आज और कल
Omee Bhargava
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...