न वफा मिली न वफादार रहे….
न वफा मिली न वफादार रहे
जिंदगी तेरा हर पल शुक्रगुज़ार रहे
तू पल पल मुझको सिखाती रही
रंग लोगों के दिखाती रही………..
वक्त का भी शुक्रगुज़ार हूँ
नही किसी का कर्जदार हूँ
हौसलों को कभी झुकाया नही
हाथ किसी के आगे फैलाया नही…….
वो लम्हा लम्हा ऐसे बीता था
हर पल में सदियाँ जीता था
न तो कोई मेरे साथ था
न किसी का सर पे हाथ था………..
वो भी एक दौर था आया जिसने
जीवन मे बहुत कुछ है सिखाया
तन्हाइयों से कर के दोस्ती मैने
दर्द से रिश्ता निभाया…………….
भूल गया था सब कुछ कि
कौन अपना कौन पराया
वक्त के साथ चलते चलते
वो दौर बिताया…………………
वो जो रिश्ता था मेरा सबसे खास
रेत की तरह फिसल गया और मै
मलता रह गया हाथ……………
मैने दिल को अपने है समझाया
ये तो जीवन चक्र है और संसार
है मोह माया…………………….
गम की चादर को हटाकर
मुस्कुरा रहा हूँ चेहरे पर
फीकी मुस्कान लाकर
लेकिन
न वफा मिली न वफादार रहा
जिंदगी तेरा हर पल शुक्रगुज़ार
रहा……..
#निखिल_कुमार_अंजान……