न दे मौला बंटवारा
दिनांक 29/5/19
जो झेलता है
दर्द बँटवारे का
हो जाता है
दिल उसका
तार तार
आजादी के बाद
बंटवारे का
दर्द सहा है
भारतीयों ने
एक घर में
जब होता है
बंटवारा
टूट जाते है
बूढे माँ बाप
मौत दे दे
भले ही मौला
पर न दे वह
बंटवारा
जीवन में
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल