Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2020 · 1 min read

नोस्टाल्जिया

सोच ता हूँ रोक लूँ
और थाम लूँ
उन उमंग को
उफनती,सुनामी सी
उन सभी तरंग को
जो
कुछ घाटी से आती है
कुछ रेत से
कुछ नशीव से आती है
तो कुछ खेल से।

हर पल
हर छड़
दबाए फिरता हूँ
सीने में बसाए फिरता हूँ
इस अश्क को
इस फितूर को
जो निकलता दिल से है
दूर घटाओं तक जाता है
बारिश बन
फिर मुझमें समा जाता है।

कभी तो बरसेगा
बेख़ौफ़ होकर
यही सोचकर
दौड़ता हूँ दिनभर

बरसात होगी रिमझिम
बहा देगी मिटा देगी
गमो को ,
यही सोचकर
आसामान पर नजर रखता हूँ ।

समय को छोड़ अकेला
वक्त को अपने में समेटे फिरता हूँ ।

Language: Hindi
2 Comments · 356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all
You may also like:
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
तरक़्क़ी देखकर फुले नहीं समा रहे थे ….
तरक़्क़ी देखकर फुले नहीं समा रहे थे ….
Piyush Goel
प्रकृति हर पल आपको एक नई सीख दे रही है और आपकी कमियों और खूब
प्रकृति हर पल आपको एक नई सीख दे रही है और आपकी कमियों और खूब
Rj Anand Prajapati
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"निक्कू खरगोश"
Dr Meenu Poonia
चुन्नी सरकी लाज की,
चुन्नी सरकी लाज की,
sushil sarna
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
surenderpal vaidya
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
shabina. Naaz
बेटी
बेटी
Neeraj Agarwal
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
Keshav kishor Kumar
■ बेहद शर्मनाक...!!
■ बेहद शर्मनाक...!!
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ते बचाएं
रिश्ते बचाएं
Sonam Puneet Dubey
रामभक्त हनुमान
रामभक्त हनुमान
Seema gupta,Alwar
(11) मैं प्रपात महा जल का !
(11) मैं प्रपात महा जल का !
Kishore Nigam
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
Priya princess panwar
"गिरना जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
माईया पधारो घर द्वारे
माईया पधारो घर द्वारे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शायर जानता है
शायर जानता है
Nanki Patre
देश के दुश्मन कहीं भी, साफ़ खुलते ही नहीं हैं
देश के दुश्मन कहीं भी, साफ़ खुलते ही नहीं हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
Rituraj shivem verma
कांटों के संग जीना सीखो 🙏
कांटों के संग जीना सीखो 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बिन बोले सुन पाता कौन?
बिन बोले सुन पाता कौन?
AJAY AMITABH SUMAN
बुढ़ापे में हड्डियाँ सूखा पतला
बुढ़ापे में हड्डियाँ सूखा पतला
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी*
*डॉक्टर चंद्रप्रकाश सक्सेना कुमुद जी*
Ravi Prakash
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
3215.*पूर्णिका*
3215.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...