Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2024 · 1 min read

नेता

मौसम के ढंग ज्यों बदलने लगे हैं,
वे भी अपना तेवर बदलने लगे हैं।
जाना है उन्हें जनता की अदालत में,
मुखौटो पर फिर से रंग चढ़ने लगे है।
कुर्सी बचाने की मशक्कत में दोस्त,
वे जोड़-तोड़कर दल बदलने लगे हैं।
बयार के संग बह रहे हैं सभी,
नए गठबंधन जोर पकड़ने लगे हैं।
कैसे कर ले आप पर यकीन हम सभी,
वादे करके सब यहां छलने लगे हैं।
बहुत गल चुकी है अब तक दाल तुम्हारी,
साजिश तुम्हारी सभी समझने लगे हैं।
फैसला होना है उनके भवितव्य का,
वे अपने आराध्य को रटने लगे हैं।
प्रतिभा आर्य
चेतन एनक्लेव अलवर
(राजस्थान)

Language: Hindi
2 Likes · 263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
View all
You may also like:
शुभकामना संदेश.....
शुभकामना संदेश.....
Awadhesh Kumar Singh
ज़िंदगी  है  गीत  इसको  गुनगुनाना चाहिए
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
ईश्वर के नाम पत्र
ईश्वर के नाम पत्र
Indu Singh
*तुम्हें बधाई हो नव-दंपति, तुम में गहरा प्यार हो (विवाह-गीत/सेहरा)*
*तुम्हें बधाई हो नव-दंपति, तुम में गहरा प्यार हो (विवाह-गीत/सेहरा)*
Ravi Prakash
आँखों में अँधियारा छाया...
आँखों में अँधियारा छाया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
"आशा-तृष्णा"
Dr. Kishan tandon kranti
मैंने हर फूल को दामन में थामना चाहा ।
मैंने हर फूल को दामन में थामना चाहा ।
Phool gufran
पास तो आना- तो बहाना था
पास तो आना- तो बहाना था"
भरत कुमार सोलंकी
हिंदी दोहे - हर्ष
हिंदी दोहे - हर्ष
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टूटकर बिखरना हमें नहीं आता,
टूटकर बिखरना हमें नहीं आता,
Sunil Maheshwari
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
शेखर सिंह
,,
,,
Sonit Parjapati
एक मुलाकात अजनबी से
एक मुलाकात अजनबी से
Mahender Singh
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
गीतिका
गीतिका
Rashmi Sanjay
लघुकथा -
लघुकथा - "कनेर के फूल"
Dr Tabassum Jahan
सफलता और खुशी की कुंजी हमारे हाथ में है, बस हमें उस कुंजी का
सफलता और खुशी की कुंजी हमारे हाथ में है, बस हमें उस कुंजी का
Ravikesh Jha
क्षमा अपनापन करुणा।।
क्षमा अपनापन करुणा।।
Kaushal Kishor Bhatt
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
Rj Anand Prajapati
एक मुक्तक
एक मुक्तक
संजीव शुक्ल 'सचिन'
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
satish rathore
आकर्षण मृत्यु का
आकर्षण मृत्यु का
Shaily
मुझे नज़र आती है
मुझे नज़र आती है
*प्रणय*
3286.*पूर्णिका*
3286.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक सही आदमी ही अपनी
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
तुम बिन
तुम बिन
Dinesh Kumar Gangwar
मैं कल के विषय में नहीं सोचता हूं, जो
मैं कल के विषय में नहीं सोचता हूं, जो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
Sarfaraz Ahmed Aasee
इंतज़ार करने की लत
इंतज़ार करने की लत
Chitra Bisht
Loading...