नेक बनो
वह इंसान ही क्या,
जिसके हृदय मे भाव नही।
वो वृक्ष ही क्या,
जिसके तले छाँव नही।
इंसान बस दूसरे की मदद करे,
क्यों कि अच्छे लोग करते भेद भाव नही।
सब प्यार मोहब्बत से मिलजुल के रहे,
क्योंकि अच्छे लोग छोड़ते सदभाव नही।
अपनी क्षमता भर मदद करो,
मदद न करना हमारा स्वभाव नही।
योग्य बनो और प्राप्त कर लो,
इस धरती पर किसी चीज़ का अभाव नही।
वो इंसान अच्छा इंसान तब तक नही,
जब तक उसके मन में बुजुर्गों के प्रति आदर भाव नही।
शोएब खान शिवली।