निष्कर्ष
हाल के वर्षों में दुनिया भर में भारी तबाही मचाने वाली कोविड जैसी अत्यन्त घातक बीमारी (महामारी) हवा से फैली थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और विश्व भर के 500 विशेषज्ञों ने यह मान लिया है। वे इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि कोविड के वायरस हवा में यात्रा करते हुए दूसरे व्यक्तियों तक पहुँचता है और उन्हें संक्रमित करता है।
तीन साल पहले उत्पन्न हुए कोरोना महामारी के तीन बार के उत्पन्न लहरों से विश्व भर में 10 लाख से अधिक मौतें हुई थीं तथा करोड़ों लोग संक्रमित हुए थे। उस दौर में इंसान का जिन्दा रहना भी एक बड़ी चुनौती थी।
जय विज्ञान जय विश्व,,,,।
(स्रोत : नवभारत, 19/4/24)
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
हरफनमौला साहित्य लेखक