” ना रही पहले आली हवा “
पहले जैसा गाम रहा ना
ना पहले जैसा बाणा
बाजरे की रोटी भूले हम
बर्गर हो गया खाणा,
लस्सी, दही की हांडी फूटी
मन भाया कोलड्रिंक जंचाणा
देशी दूध की फितरत भूले
बस बोर्नविटा, हॉर्लिक्स मिलाणा,
होली, दिवाली की रौनक फीकी
बदल्या यारां का फोन मिलाणा
काम पड़े जब ही बात करणी
भूल गए ठ्ठाली वक्त बिताणा,
डाक मारें स्विमिंग पूल मैं
खू गया जोहड़ का नहाणा,
जग आर किटली जगहां छोड़गी
लाग्या थैली में दूध मंगाणा,
अलूणी घी की सुगन्ध भूल्ग्या
शुरू डेयरी घी रोटियां के लगाणा
फाग आली ईब मस्ती रही ना
ना भाभी का कोरड़ा गिरकाणा,
जांडी नीचे आली रोटी भी खुगी
ना दिखे गजबण का टोकणी ठ्ठाणा
गोबर आला बड़कुला खुग्या
बस चसबूझ तैं काम चलाणा,
मोम आली मोमबत्ती भी लुखगी
शुरु डिजिटल चांदणा कराणा
दीवा, बाती ईब बासी मारें
चालू बैटरी तैं रास्ता दिखाणा,
चप्पल, जूती कूण मैं सड़गी
बस फैशन मैं सबने लहराणा
दामण, चुंदड़ी फोटुआ मैं लुखगी
मोरकां की पैंट पहरकीं दिखाणा,
डफ आर ढोलक कोनी बाजे ईब
बस डीजे का रिमिक्स गाणा
गत्ता आर बीजणा भी खुग्या
लाग्या एसी तैं मौसम बदलाणा,
घूंघट की फटकार रही ना
ना लुगाइयों का गीत गाणा
मास्टरां की वा मार रही ना
ना टाबरां का खोआ मटकाणा,
छांद आली पॉली रही ना
ना ट्यूबल तैं पाणी भरके लाणा
सांस आर हवा सारी होगी बनावटी
लागै न्यू जणु घुट घुट की मर जाणा,
सिली सिली बाल आर कच्ची गाल होंदी
याद बहोत आव मीनू कै जमाना पुराणा
हे भगवान फेर तैं उसा ए गाम बनादे
शुरू होगा सै ईब आंखयां तैं पाणी आणा।
Dr.Meenu Poonia jaipur