नारी शक्ति
नारी शक्ति
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नारी की शक्ति को मानुष, जान लो पहचान लो,
देश की आन ,बान और घर की शान,
होती हैं नारियां ।
सब पर भारी होती हैं ये,
नाजुक उनको ना समझो–
अबला नहीं,सबला होती हैं नारियां।
उड़ान जो दिया हमने,अपने हौंसले को,
बुलंदी को छुआ हमने–
आसमान में तिरंगा फहराती नारियां।
काली और चण्डी की गर्जना हे करती,
देवी रूप है होती–
धरा पर विश्व की शक्ति हैं नारियां ।
कमजोर इनको मत समझो,
शक्ति का भण्डार है वो—
दुर्गा मां! का अवतार हे बन जाती
नारियां ।
सम्मान की हें ये हकदार,
इनका सदा करो मान—
घर की शान हे होतीं,
ईश्वर की उत्कृष्ट कृति होती हैं
नारियां!!!
अब धरा से आसमां पर नाम कर,
अंतरिक्ष की सैर कर रहीं—
हमारी सशक्त कर्मठ नारियां।
अब ये लाचार नहीं,
बंधन भी अब कोई नहीं,
खुला आसमां मिला इनको,
पंख फैलाकर उड़ने दो—-
ऊंची उड़ान भरती ये नारियां!!!!
सुषमा सिंह*उर्मि,,*