नारी तुमको नमन
नारी तुमको नमन
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हे नारी!
तुझसे ही सारी सृष्टि है,
तुम ही दुर्गा, तुम ही काली ,
तू ही धरा की शक्ति है ।
हे नारी!
तुम रूप धरो चंडी देवी का,
जग के राक्षसों का नाश करो,
संहार करो पाखंडी का ।
हे नारी!
तुम मानव को जन्म देने वाली,
जग जननी शक्ति स्वरूपा,
दुःख, कष्टों और पापों को हरने वाली।
हे नारी!
तुमसे ही सृष्टि है चलती,
नारी बिन सब शून्य,
धरा को भी तुम रोशन करती।
हे नारी!
तुम ही असीम, तुम ही अनंत,
तू ही सबल,विनम्र ,प्रबल,
तुमसे ही आदि, तुमसे ही अंत।
हे नारी!
तुझसे ही सारी सृष्टि है ——
सुषमा सिंह*उर्मि,,