Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2018 · 1 min read

*बेटी अपनी नायाब बनाओ*

बेटी अपनी नायाब बनाओ ।
फूल नहीं अंगार बनाओ ।।
देख के जिसको दुर्जनः काँपे ।
ऐसी दोधारी तलवार बनाओ ।।

हर मुश्किल से लड़ना सिखाओ ।
काँटों पर भी चलना सिखाओ ।।
काटने वाला खुद कट जाए ।
ऐसी तीखी कटार बनाओ ।।

मजबूत उसकी जड़ें बनाओ ।
जीने की नई राह दिखाओ ।।
छिन सके न हक कोई उसका ।
ऐसी तेज तरार बनाओ ।।

हक़ से जीना उसको सिखाओ ।
आत्मनिर्भर उसको बनाओ ।।
डराने वाला खुद डर जाए ।
ऐसी उसको दबंग बनाओ ।।

बेटी बेटे का भेद मिटाओ ।
बेटी का सम्मान बढ़ाओ ।।
हरा सके न जिसको कोई ।
ऐसी उसको योध्दा बनाओ ।।

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 1172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आंखों से बयां नहीं होते
आंखों से बयां नहीं होते
Harminder Kaur
हिंदू धर्म की यात्रा
हिंदू धर्म की यात्रा
Shekhar Chandra Mitra
गुरु महिमा
गुरु महिमा
विजय कुमार अग्रवाल
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
Keshav kishor Kumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
उधेड़बुन
उधेड़बुन
मनोज कर्ण
"टी शर्ट"
Dr Meenu Poonia
*जो भी अच्छे काम करेगा, कलियुग में पछताएगा (हिंदी गजल)*
*जो भी अच्छे काम करेगा, कलियुग में पछताएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-457💐
💐प्रेम कौतुक-457💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब तो  सब  बोझिल सा लगता है
अब तो सब बोझिल सा लगता है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बोझ
बोझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
यह ज़िंदगी
यह ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
दोहे- चरित्र
दोहे- चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हाथ की उंगली😭
हाथ की उंगली😭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पूरी उम्र बस एक कीमत है !
पूरी उम्र बस एक कीमत है !
पूर्वार्थ
जोड़ तोड़ सीखा नही ,सीखा नही विलाप।
जोड़ तोड़ सीखा नही ,सीखा नही विलाप।
manisha
“ जियो और जीने दो ”
“ जियो और जीने दो ”
DrLakshman Jha Parimal
वीरगति सैनिक
वीरगति सैनिक
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
Ram Krishan Rastogi
" महक संदली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
फिजा में तैर रही है तुम्हारी ही खुशबू।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बचपन की सुनहरी यादें.....
बचपन की सुनहरी यादें.....
Awadhesh Kumar Singh
थोड़ा सा अजनबी बन कर रहना तुम
थोड़ा सा अजनबी बन कर रहना तुम
शेखर सिंह
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
क्या क्या बताए कितने सितम किए तुमने
Kumar lalit
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रात बदरिया...
रात बदरिया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
खिलाडी श्री
खिलाडी श्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्यास
प्यास
sushil sarna
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...