Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2023 · 1 min read

*जो भी अच्छे काम करेगा, कलियुग में पछताएगा (हिंदी गजल)*

जो भी अच्छे काम करेगा, कलियुग में पछताएगा (हिंदी गजल)
—————————————-
1)
जो भी अच्छे काम करेगा, कलयुग में पछताएगा
नेकी करने वाले को ही, जग दोषी ठहराएगा
2)
नेतागिरी सीख ली जिसने, शायद वह कुछ बन जाए
सफल हुआ तो सात पीढ़ियॉं, बैठे-बैठे खाएगा
3)
टिकट बड़ी मुश्किल से मिलता, पैसे मोटे ले-देकर
टुटपुंजिया क्या खर्च करेगा, क्या चुनाव लड़ पाएगा
4)
पढ़ा-लिखा धनवान वर्ग कब, मूल्य समझता है मत का
वोट डालने वाले दिन यह, मस्ती करने जाएगा
5)
राजा-रानी नहीं रहे पर, राजा-रानी अब भी हैं
नए दौर में नेता ही अब, राजपुत्र कहलाएगा
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615 451

277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
gurudeenverma198
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
पूर्वार्थ
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
पहुँचाया है चाँद पर, सफ़ल हो गया यान
Dr Archana Gupta
वृंदावन की यात्रा (यात्रा वृत्तांत)
वृंदावन की यात्रा (यात्रा वृत्तांत)
Ravi Prakash
*मीठे बोल*
*मीठे बोल*
Poonam Matia
3020.*पूर्णिका*
3020.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चोट
चोट
आकांक्षा राय
जीवन में चुनौतियां हर किसी
जीवन में चुनौतियां हर किसी
नेताम आर सी
🙅दोहा🙅
🙅दोहा🙅
*Author प्रणय प्रभात*
संवेदना अभी भी जीवित है
संवेदना अभी भी जीवित है
Neena Kathuria
" सब भाषा को प्यार करो "
DrLakshman Jha Parimal
यादों की शमा जलती है,
यादों की शमा जलती है,
Pushpraj Anant
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
Manisha Manjari
रमेशराज के दो मुक्तक
रमेशराज के दो मुक्तक
कवि रमेशराज
*याद है  हमको हमारा  जमाना*
*याद है हमको हमारा जमाना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
Harminder Kaur
छह दिसबंर / मुसाफ़िर बैठा
छह दिसबंर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
एक सच ......
एक सच ......
sushil sarna
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
Shashi kala vyas
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
लाखों रावण पहुंच गए हैं,
लाखों रावण पहुंच गए हैं,
Pramila sultan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
विमला महरिया मौज
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
तमाम उम्र काट दी है।
तमाम उम्र काट दी है।
Taj Mohammad
Loading...