नहीं बचेगी जल विन मीन
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/78c7f071c8ebb71028cd6c9045338a48_92176e23df4accecfc68086f7b503898_600.jpg)
सिमट रहे जल जंगल जमीन, क्यों तुम बजा रहे हो वीन
नहीं बचाया तुमने इनको,हो जाओगे तुम भी लीन
आंख मूंदकर सोते हो, क्यों तुम बन बैठे हो दीन
तुम नहीं तो अगली पीढ़ी,हो जाएगी जीवन हीन
जल जंगल जमीन बचाओ, नहीं बचेगी जल विन मीन
सिमट रहे जल जंगल जमीन, क्यों तुम बजा रहे हो वीन
नहीं बचाया तुमने इनको,हो जाओगे तुम भी लीन
आंख मूंदकर सोते हो, क्यों तुम बन बैठे हो दीन
तुम नहीं तो अगली पीढ़ी,हो जाएगी जीवन हीन
जल जंगल जमीन बचाओ, नहीं बचेगी जल विन मीन